Published in the Sunday Navbharat Times on 13 October, 2024
...रंगों में लोगों को एकजुट करने, उनकी भावनाओं को जागृत करनेऔर यहां तक कि कहानियां सुनाने की भी शक्ति होती है...
जब मैंने यह आर्टिकल लिखना शुरू किया, तो मुझे ये सोचकर बड़ा सुकून मिला कि आज मुझे अपने काम के लिए तैयार होने में कोई दिक्कत नहीं होगी। वो दिन नवरात्रि का पाँचवा दिन था और इस दिन का संबंध सफेद रंग से होता है, इसलिए मुझे बस एक व्हाइट आउट़िफट सिलेक्ट करना था। भारत में नवरात्रि का त्यौहार देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का एक महत्वपूर्ण उत्सव है और इस त्यौहार का हर दिन एक विशेष रंग से संबंधित होता है, जो उस रूप में देवी दुर्गा के गुणों का प्रतीक होता है। मुंबई में हमें अक्सर ट्रेनों, बसों और सड़कों पर एक ही रंग के अलग-अलग शेड्स देखने को मिलते हैं। इससे मैं ये सोचने लगी कि रंगों में लोगों को एकजुट करने, उनकी भावनाओं को जागृत करने और यहां तक कि कहानियां सुनाने की भी शक्ति होती है।
पिछले हफ्ते जैसे हमनें ये उत्सव धूमधाम से मनाया, वैसे ही आइए आज हम दुनिया भर की यात्रा पर चलें और उन शहरों और जगहों के बारे में जानें, जहाँ नवरात्रि के रंग साकार होते हैं।
पीला रंग - पॉन्डिचेरी, भारत (3 अक्टूबर: देवी शैलपुत्री)
यह रंग खुशी, उज्ज्वलता और ऊर्जा का प्रतीक है।
मुझे पॉन्डिचेरी को देखते ही उससे प्यार हो गया था। ये जगह लंबे समय से मेरी बकेट लिस्ट में थी और आखिरकार जब मैं वहाँ पहुँची, तो मैं वहाँ की आकर्षक सड़कों, खासकर फ्रेंच क्वार्टर में खो सी गई, जो पीले रंग की छटाओं में सराबोर है और ये अपने चारों ओर प्यार और खुशियाँ बिखेरती है। सरसों वाले पीले रंग की कॉलोनियल बिल्डिंगें, जो बोगनविला के फूलों से सजी हुई हैं, देवी शैलपुत्री की तरह शांति और उज्ज्वलता की अनुभूति करवाती हैं। यह तटीय शहर, जो कभी एक फ्रांसीसी उपनिवेश हुआ करता था, भारतीय और यूरोपीय संस्कृतियों का एक अनूठा मिश्रण पेश करता है, जहाँ सुकून के पल बिताने के लिए एकदम सही माहौल है। वीणा वर्ल्ड के पॉन्डिचेरी टूर के साथ आप शांत ऑरोविल कम्युनिटी और पिचवरम मँग्रूव फॉरेस्ट की यात्रा कर सकते हैं। चूँकि मेरा निवास मुंबई के पश्चिमी तट पर है, इसलिए मुझे बीच पर सनसेट देखने की आदत थी, इसलिए समुद्र से सूरज को उगते हुए देखना मेरे लिए एक खास अनुभव साबित हुआ।
हरा रंग - बाली, इंडोनेशिया (4 अक्टूबर: देवी ब्रह्मचारिणी)
यह रंग विकास, सद्भाव और नई शुरुआत का द्योतक है।
बाली की भरपूर हरियाली देवी ब्रह्मचारिणी के शुभ दिवस के लिए एक आदर्श जगह है। उबुद के हरे-भरे चावल के खेतों से लेकर घने जंगलों और शांत मंदिरों तक बाली एक ऐसी जगह है, जहाँ विकास और परस्पर सद्भाव निरंतर फलता-फूलता रहता है। प्राकृतिक समृद्धि और आध्यात्मिक परंपराओं से परिपूर्ण यह द्वीप अपनी हरियाली से नएपन और शांति को प्रतीक के रूप में दर्शाता है। यहाँ के मशहूर तेगलालांग राइस टेरेस के साथ चट्टानों पर अद्भुत ढंग से विद्यमान उलुवातु और तानाह लोट मंदिर के दृश्य हमारी आँखों को असीम आनंद की अनुभूति करवाते हैं। उबुद ही वो जगह है, जहाँ मुझे छोटी नाव की सवारी करते हुए पूरी रामायण पत्थरों पर उकेरी हुई दिखाई दी और मैंने पूरे शहर में प्रचलित हिंदू अनुष्ठानों को भी देखा। वहाँ के बीच गज़ब के थे और आप यहाँ के वाटरस्पोर्ट्स को देखकर खुद को रोक नहीं सकते। बाली एक ऐसी जगह है जहाँ आप एक बार आने के बाद बार-बार आना चाहेंगे!
धूसर (ग्रे) रंग - रेकयाविक, आर्इसलैंड (5 अक्टूबर: देवी चंद्रघंटा)
यह रंग स्थिरता और शक्ति को दर्शाता है।
रेकयाविक के ग्रे वोल्कॅनिक लँडस्केप्स और इसके आस-पास के कुदरती चमत्कारों में देवी चंद्रघंटा द्वारा प्रदर्शित शक्ति एवं स्थिरता प्रतिध्वनित होती है। लावा के विशाल इलाकों से लेकर वृहत अद्भुत ग्लेशियरों और गीज़रों तक, आर्इसलैंड की औघड़ सुंदरता हमें लचीलेपन और धैर्य की कहानियाँ सुनाती हैं। रेकयाविक गर्म पानी के मशहूर झरनों का घर है और ब्लू लगून में गोता लगाए बिना हम कैसे रह सकते हैं। आप पास ही मौजूद गोल्डन सर्कल की डे ट्रिप्स कर सकते हैं, जिसमें गीज़र हॉट स्प्रिंग्स, गुल्फॉस वॉटरफॉल और थिंगवेलिर नेशनल पार्क शामिल हैं। आग और बर्फ की ये ज़मीन ऑरोरा बोरेआलिस, या नॉर्दर्न लाइट्स को देखने के लिए भी बिलकुल सही है, जो ज़्यादातर आर्कटिक सर्कल के ऊपर दिखाई देती हैं।
नारंगी रंग - नेदरलैंड्स(6 अक्टूबर: देवी कूष्मांडा)
यह रंग उत्साह, गर्मजोशी और ऊर्जा का प्रतीक है।
नेदरलैंड्स नारंगी (ऑरेंज) रंग का पर्याय है, जिसका श्रेय द हाउस ऑफ ऑरेंज - नसाऊ और उसके सांस्कृतिक महत्व को जाता है। डच लोग किंग्स डे जैसे राष्ट्रीय समारोहों के दौरान इस जीवंत रंग को बड़े गर्व से प्रदर्शित करते हैं। उस समय पूरा देश नारंगी रंग के एक सागर में बदल जाता है। उत्साह और गर्मजोशी से भरी यह जीवंत ऊर्जा, देवी कूष्मांडा की महिमा को बखूबी प्रदर्शित करती है। ॲम्स्टडॅम में शहर से एक कॅनाल क्रूज़ लें और लॉक्स के बारे में जानें। जब मैंने हर वसंत ऋतु में खिलने वाले विश्व प्रसिद्ध ट्यूलिप के खेतों को देखा, तो ट्यूलिप के वाइब्रेंट कलर्स के बीच मेरी आँखों के सामने फिल्म सिलसिला का वो मशहूर गीत अपने आप ही घूमने लगा।
सफेद - सँटोरिनी, ग्रीस (7 अक्टूबर: देवी स्कंदमाता)
यह रंग शांति और पवित्रता का प्रतिनिधित्व करता है।
जब आप एजियन सागर के ऊपर चट्टानों पर निर्मित आइकॉनिक व्हाइट और ब्लू डोम्स पर एक नज़र डालते हैं तो आपको असीम शांति और पवित्रता की अनुभूति होती है। इस द्वीप के शांति एवं सुकून देने वाले वातावरण में देवी स्कंदमाता की महिमा प्रतिध्वनित होती है और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच गहन शांति प्रदान करती है। सूर्य के प्रकाश को प्रतिबिंबित करने वाला यहाँ का व्हाइट आर्किटेक्चर हमें एक दूसरी दुनिया में ले जाता है, जिससे ज़मीन और समुद्र के बीच एक सामंजस्यपूर्ण संबंध स्पष्ट नज़र आता है। इस आयलैंड के सँटोरिनी में सभी की तरह मेरा भी पसंदीदा समय सनसेट का ही रहा, जब काल्देरा पर सूरज की सुनहरी रश्मियाँ बिखरने लगीं। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं कि यह जगह दुनिया में सबसे ज़्यादा फोटो खिंचवाने वाली जगहों में से एक है। एक बार जब आप सँटोरिनी पहुँच जाते हैं, तो आपका मन ग्रीस के दूसरे व्हाइटवॉश्ड गाँवों, जैसे मीकोनोस, रोड्स और नक्सोस को देखने के लिए मचलने लगता है।
लाल रंग - क्योटो, जापान (8 अक्टूबर: देवी कात्यायनी)
ये रंग शक्ति और जुनून का है।
क्योटो के फुशिमी इनारी श्राइन के लाल रंग के तोरी द्वार शक्ति, ऊर्जा और जुनून के प्रबल प्रतीक हैं। लाल रंग जापानी संस्कृति में गहराई से समाया हुआ है, जो सुरक्षा और जीवन शक्ति का प्रतीक है। फुशिमी इनारी के जंगल में घुमावदार हजारों सिंदूरी द्वार देवी कात्यायनी की सक्रिय शक्तियों और उनकी भाव-भक्ति के द्योतक हैं। क्योटो जापानी संस्कृति का एक बेहतरीन परिचय है, जिसमें परंपरा और आधुनिकता का सुंदर मिश्रण है, जिसके कारण ये एक मस्ट-विज़िट डेस्टिनेशन कहलाता है।
नीला रंग - शेफशौएन, मोरक्को(9 अक्टूबर: देवी कालरात्रि)
यह रंग राजसी वैभव, लालित्य और समृद्धि को दर्शाता है।
मोरक्को की यात्रा करते हुए उसके उत्तरी भाग में मुझे एक छुपा हुआ खज़ाना मिला, जिसका नाम है शेफशौएन। इस शहर को ‘ब्लू पर्ल ऑ़फ मोरक्को’ कहा जाता है और यह शहर पूरी तरह से रॉयल ब्लू कलर में रंगा हुआ है, जो लालित्य, आध्यात्मिकता और शांति का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि नीला रंग आकाश और स्वर्ग को दर्शाता है और इस रंग से राजसी वैभव और शांत वातावरण का सृजन होता है, जो देवी कालरात्रि की प्रतीकता के अनुरूप ही है। यह पहाड़ी शहर अपनी नीली सड़कों और नीले घरों की भूलभुलैया के कारण दुनिया के सबसे अनोखे पर्यटन स्थलों में शुमार है। ये एक ऐसी जगह है जहाँ आपको इंस्टाग्राम के नज़रिए से बेहतरीन फोटोज़् लेते हुए समय का भान नहीं रहेगा।
गुलाबी रंग - जयपुर, भारत(10 अक्टूबर: देवी महागौरी)
यह रंग करुणा, सद्भाव और प्रेम का प्रतीक है।
बात जब गुलाबी रंग की होती है तो हमारे दिमाग में अपने देश का एक गुलाबी शहर, यानी पिंक सिटी जयपुर ज़रूर आता है। इस शहर की विशिष्ट गुलाबी इमारतों को मूल रूप से 1876 में प्रिंस ऑफ वेल्स के स्वागत के लिए रंगा गया था, और तब से ये रंग जयपुर के आकर्षण और यहां की संस्कृति का पर्याय बन गया है। गुलाबी रंग देवी महागौरी की करुणा और सद्भाव का प्रतीक है और जयपुर शहर देवी आराधना के इस दिन की ऊर्जा का एक आदर्श स्वरूप प्रस्तुत करता है। मैं इस शहर में इतनी बार आई हूँ कि मुझे इसकी गिनती भी याद नहीं है, लेकिन फिर भी मैं इंतज़ार में रहती हूँ कि मुझे यहाँ अगली बार कब आने को मिलेगा! खूबसूरत आमेर किले और हवा महल से लेकर चहल-पहल भरे बाज़ारों तक, जयपुर ट्रॅवलर्स के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है, जहाँ खुशियोफ्लभ त्योहार, उत्सव और बेहतरीन हस्तशिल्प कदम-कदम पर मौजूद हैं।
बैंगनी रंग - प्रोवेंस, फ्रांस (11 अक्टूबर: देवी सिद्धिदात्री)
यह रंग महत्वाकांक्षा, रहस्य और रचनात्मकता का द्योतक है।
नवरात्रि के अंतिम दिन का रंग है बैंगनी या पर्पल, जो प्रोवेंस, फ्रांस के लॅवेंडर के खेतों में खूबसूरती से विद्यमान है। बैंगनी रंग हमारे मन में रहस्य, रचनात्मकता और शांति की भावना का संचार करता है। प्रोवेंस में दूर-दूर तक फैली लॅवेंडर की अंतहीन कतारों का नज़ारा अद्भुत, जादूभरा और प्रेरणादायक है, जिनमें हम देवी सिद्धिदात्री के गुणों के दर्शन कर सकते हैं। प्रोवेंस, जिसे अपनी कलात्मक विरासत और शांत परिदृश्यों के लिए जाना जाता है, उन सभी लोगों के लिए स्वर्ग है, जो शांति और प्रेरणा की तलाश में हैं। जब आप प्रोवेंस आएँ तो यहाँ के गोर्डेस और रूसिलॉन जैसे आकर्षक गाँवों को देखना ना भूलें। साथ ही इस इलाके के प्रसिद्ध व्यंजनों और वाइन का आनंद ज़रूर लें। अगर आप अपनी ट्रिप को और भी यादगार बनाना चाहते हैं तो प्रोवेंस के स़फर में फ्रेंच रिवेरा को भी शामिल करें।
रंगों से सराबोर इन परिदृश्यों में स्वयं को डुबोकर हम न केवल बेहतरीन यादें सँजोते हैं, बल्कि हम जिन जगहों पर जाते हैं, वहाँ के लोगों, संस्कृतियों और भावनाओं के साथ गहराई से जुड़ भी जाते हैं। अब ये बताएँ कि जब आप नवरात्रि के रंगों को ध्यान में रखते हुए दुनिया घूमेंगे, तो आपके दिलो-दिमाग में कौन सा रंग सबसे अधिक गूंजेगा और आप में सबसे अधिक रचेगा-बसेगा?
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