खूबसूरत इमारतों और हलचल भरे कैफे से सजे रास्ते आपको फ्रांस की याद दिलाते हैं, पर फिर भी वहाँ आपको एक अनूठा ट्यूनीशियन ट्विस्ट देखने और महसूस करने को मिलता है...
Published in the Saturday Navbharat Times on 04 May, 2024
मेदिना की गलियों में घूमते हुए मुझे ऐसा लगा, जैसे मैं किसी परियों के देश में पहुँच गयी हूँ। यहाँ सारी दुकानें कारपेट, गलीचों, लैंप, पीतल के बर्तनों, चीनी मिट्टी और चमड़े से बनी चीज़ों, हैंडबैगों, ज्वेलरी और खूबसूरत साज़ो-सामानों से भरी हुई थी। ना चाहते हुए भी मेरे कदम हर दुकान पर रूक रहे थे। मुझे लगा कि अगर मैं ऐसे ही हर जगह रुकती रही, तो मेरी यह यात्रा उम्मीद से बहुत ज़्यादा लंबी हो जाएगी। आखिरकार मैं ट्यूनीशिया की राजधानी ट्यूनिस के मेदिना में थी, जो एक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है। यहाँ मुझे कोई जल्दबाज़ी नहीं थी, इस वजह से मैंने तय किया कि मैं इस खूबसूरत शहर को बड़े इत्मिनान से एक्सप्लोर करूँगी।यहाँ दुकानों के साथ-साथ कुछ बेहतरीन कैफे भी थे, जहाँ टूरिस्ट और स्थानीय लोग तरोताज़ा होने के लिए पुदीने वाली चाय का आनंद ले रहे थे। मैं जल्द ही समझ गयी कि ट्यूनीशिया में जो चाय सबसे लोकप्रिय है, वह है पुदीने वाली चाय नाना’। इसे ग्रीन टी और पुदीने की ताज़ा पत्तियों और चीनी के साथ बनाया जाता है। इसे अक्सर छोटे कांच के गिलासों में परोसा जाता है। इस ताज़गीभरी और खुशबूदार चाय का आनंद नट्स, सूखे मवे या पेस्ट्री के साथ पूरे दिन लिया जा सकता है। मैं एक सही जगह की तलाश में थी, जहाँ मैं अपनी चाय का बखूबी मज़ा ले सकूँ। तभी मेरी नजर एक छोटेसे टी हाउस पर पड़ी, जिसकी सीढ़ियाँ चढ़ते हुए मैं एक खूबसूरत रू़फटॉप पर पहुँच गयी। इसे सिरेमिक्स और शानदार ़फर्नीचर से सजाया गया था। मेदिना के रू़फटॉप कॅफेज् में बितार्इ शाम ट्यूनिस के सबसे सुंदर और यादगार अनुभवोफ्ल में से एक है।जब मैंने ट्यूनीशिया जाने का फैसला किया, तो कई लोगों ने मेरी इस चॉइस पर सवाल उठाया। मेरे लिए ट्यूनीशिया की यात्रा करना एक नए देश में जाने की ललक, एक नए ज़बरदस्त डेस्टिनेशन पर पहुंचने का जोश और 100 देशों में घूमने के माइलस्टोन को हासिल करने की अोर लिया हुआ एक कदम था। ट्यूनीशिया में हमें मिलता है अनेक संस्कृतियों का मिश्रण, एक शानदार इतिहास, अलग-अलग तरह की जगहें, जिनमें समुद्र तटों से लेकर रेगिस्तान और सुंदर गांवों से लेकर खूबसूरत शहर शामिल हैं, और हाँ, यहाँ के स्वादिष्ट व्यंजनों की तो बात ही क्या करें। पहली बार किसी अनजान जगह पर जाना और उसे देखना सचमुच बड़ा रोमांचक होता है!लेकिन आप मुझसे पूछ सकते हैं कि आखिर ट्यूनीशिया ही क्यों? मेरे लिए ट्यूनीशिया मेडिटेरेनीयन के तट पर स्थित एक अद्भुत जगह है। मघरेब देशों, जिनमें मोरक्को, अल्जीरिया, लीबिया और मॉरिटेनिया शामिल हैं, के सदस्य के रूप में ट्यूनीशिया भी बरबर्स की भूमि है। बरबर्स, जिन्हें आमाज़ीग के नाम से भी जाना जाता है, ट्यूनीशिया सहित उत्तरी अफ्रीका के मूल निवासियों का एक स्थानीय जातीय समूह है। बरबर्स ने ट्यूनीशिया के इतिहास,भाषा और परंपराओं पर एक अमिट छाप छोड़ते हुए एक समृद्ध और विविधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत के साथ हजारों वर्षों से इस क्षेत्र पर राज किया है। बरबर्स के गाँवों को उनकी विशिष्ट वास्तुकला और टैरेस्ड लैंडस्कैप्स की विशिष्टता के लिए जाना जाता है, जो प्रकृति और समुदाय के साथ गहरे सामंजस्य से जुड़ी उनकी जीवन शैली की झलक दर्शाता है। बरबर परंपराएँ, जैसे संगीत, नृत्य और त्यौहार आदि निरंतर फल-फूल रही हैं और वह बरबर विरासत को जीवंत रूप से अभिव्यक्त कर रही हैं।ट्यूनीशिया की रणनीतिक स्थिति ने ऐतिहासिक रूप से इसे सभ्यताओं का संगम स्थल बना दिया है। यूरोप, अफ्रीका और मध्य पूर्व के प्रभाव से इसकी संस्कृति, भोजन और वास्तुकला को नया आयाम मिला है। अरब, फीनिशियन, रोमन, तुर्की और फ्रांसीसी, सभी ने इस खूबसूरत देश पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। ट्यूनीशिया के विविधतापूर्ण सुंदर दृश्य उत्तर में उपजाऊ मैदानों से लेकर रेतीले समुद्र तटों और भीतर की ओर दुर्गम एटलस पर्वतों तक फैला हुआ है।मेदिना में पुदीने की चाय पीने के बाद मैंने ट्यूनीशिया के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद उठाया, जहाँ एक स्थानीय विक्रेता के द्वारा बड़े प्यार से पेश किया गया मीठा और ताज़ा कैक्टस फल भी शामिल था, जिसे बर्फ में ठंडा करके रखा गया था। मेरा अगला पडाव था बारडो नॅशनल म्युझियम जो 19वीं सदी के एक प्राचीन महल में स्थित संग्रहालय है। यहाँ 1,00,000 से अधिक कलाकृतियों का एक विशाल संग्रह है, जिसमें शानदार रोमन मोज़ेइक, उत्कृष्ट गहने और बेहतरीन सिरामिक्स शामिल हैं। ट्यूनिस शहर पॅरिस से काफी मिलता-जुलता है; एवेन्यू दे फ्रांस में आपको यह महसूस हो सकता है कि आप फ्रांस की राजधानी में हैं! खूबसूरत इमारतों और हलचल भरे कैफे से सजे विशाल रास्ते आपको फ्रांस में होने का आभास तो करवाते हैं, पर फिर भी वहाँ आपको एक अनूठा ट्यूनीशियन ट्विस्ट देखने और महसूस करने को मिलता है।ट्यूनिस से निकलकर मैं पहुँची ‘सिदी बाउ सैद’ नामक एक खूबसूरत गाँव में, जो मेडिटेरेनीयन समंदर से मुखातिब होने वाली एक चट्टान पर स्थित है। यहाँ नीले दरवाज़ों और शटरों से सजी सफेद इमारतें नीले आकाश के सामने एक अद्भुत विरोधाभास पैदा करती दिखाई देती हैं, जो सेंटोरिनी (ग्रीस) के आयकॉनिक लैंडस्कैप्स की याद दिलाती हैं। यहाँ के बारे में एक किंवदंती है कि इस गाँव का नाम एक मुस्लिम संत, सिदी बाउ सैद के नाम पर रखा गया था, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे 12वीं शताब्दी में इस इलाके में रहते थे। यहाँ दरवाजों को अक्सर चमकीले नीले रंग से रंगा जाता है, क्योंकि यहाँ ऐसी मान्यता है कि ये रंग आकाश का प्रतिनिधित्व करता है और यह अच्छे भाग्य का प्रतीक है। इस गाँव में मौजूद घरों के दरवाज़े यहाँ रहने वालों के भाग्य और उनकी प्रसन्नता को दर्शाते हैं।जब मैंने यहाँ सूरज को क्षितिज पर अस्त होते हुए और आकाश को गुलाबी एवं सुनहरे रंगों से रंगते हुए देखा तो मैंने अपने अंदर असीम शांति और सुकून का अनुभव किया। यहाँ की सड़कों पर सजे जैस्मीन के फूलों ने हवा में अपनी मादक खुशबू को घोल दिया, जिससे इस आकर्षक गाँव का माहौल मन को और भी मोहने लगा। जैस्मीन ट्यूनीशिया का राष्ट्रीय फूल है, जिसे इस देश की पहचान के प्रतीक के रूप में संजोया गया है। ट्यूनीशियाई क्रांति, जिसे जैस्मीन रिवॉल्यूशन भी कहा जाता है, के दौरान जैस्मीन उम्मीदों, आज़ादी और बदलाव का एक सशक्त प्रतीक बन गया था। उस समय प्रदर्शनकारी अपने हाथों में जैस्मीन के फूल रखते थे और वे जैस्मीन की मालाएँ पहनते थे, क्योंकि वे राजनीतिक सुधार और भ्रष्टाचार तथा सत्तावादी हुकूमत को खत्म करने की मांग कर रहे थे।इसके बाद मैंने अपना सफर जारी रखते हुए हामामेत की ओर रुख किया, जो एक कोस्टल रिज़ॉर्ट टाउन है। इस शहर को अपने प्राचीन समुद्र तटों और आसमान से नीले पानी के लिए जाना जाता है। यहाँ मैंने देखा कि मेरी नज़र जहाँ तक जा सकती थी, मुझे रेतीले तट दिखाई दे रहे थे और ये मुझे मेडिटेरेनीयन कोस्ट की प्राकृतिक सुंदरता के बीच कुछ आराम और सुकून के पल बिताने के लिए प्रेरित कर रहे थे।ट्यूनीशिया की यात्रा को तब तक अधूरा माना जाता है, जब तक आप कार्थेज नहीं पहुंचते हैं। यह एक प्राचीन शहर है, जो कभी मेडिटेरेनीयन समंदर में व्यापार और संस्कृति का एक शक्तिशाली केंद्र हुआ करता था। यहीं पर मुझे कार्थागिनियन सभ्यता के बारे में पता चला, जो इस इलाके में हजारों साल पहले, रोमन साम्राज्य से भी पहले विकसित हुई थी। जब ट्यूनीशिया का मेरा सफर खत्म हुआ तब ट्यूनिस के हलचल भरे बाजारों से लेकर सिदी बाउ सैद की प्रशांत सुंदरता और कार्थेज के प्राचीन खंडहरों तक, यह देश मेरे दिल में इस तरह से बस गया, जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी।वीणा वर्ल्ड ने एक टूर पेश की है, जिसमें यूरोप के मेडिटेरेनीयन समुद्र के तट पर बसे ट्यूनीशिया, माल्टा और सिसिली की सभी खास और आकर्षक जगहें शामिल हैं। यह दस दिनोफ्ल की टूर 16 सितंबर 2024 को रवाना होगी। चाहे आप इतिहास में दिलचस्पी रखते हों, चाहे आप कल्चर एंथुसिएस्ट हों, या फिर आप किसी रमणीय समुद्री तट पर आराम फरमाते हुए एक सुकूनभरी छुट्टी की तलाश में हों, यह टूर ऐसी है कि इसमें हर किसी के लिए कुछ न कुछ बेहतरीन ज़रूर है।सुनिला पाटील, वीणा पाटील और नील पाटील इनके हर हफ्ते प्रकाशित होनेवाले लेख वीणा वर्ल्ड की वेबसाईट www.veenaworld.com पर पढ़ने के लिए उपलब्ध हैं।
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