Published in the Sunday Navbharat Times on 20 October, 2024
...यह जापानियों के वर्तमान क्षण के प्रति गहरे सम्मान का प्रतिबिंब है, जो क्षणभंगुरता में सुंदरता को स्वीकार करना है...
मेरी एक दोस्त ने हाल ही में मुझे एक बोनसाई पौधा दिखाया, जो उसने कभी खरीदा था। वह एक शानदार पेड़ का पऱफेक्ट मिनिएचर था। मैं देख रही थी कि उसने जिस शिद्दत से उसकी इतनी देखभाल की थी, उस पर उसे कितना गर्व था और उस बोनसाई की शाखाओं के हर मोड़, हर घुमाव के साथ उसका कितना गहरा भावनात्मक संबंध था। उसने बड़े प्यार से कहा कि `यह पौधा मुझे मेरी जापान यात्रा की याद दिलाता है।’ उसके शब्दों ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया। वैसे तो वह जापान से कब की लौट आई थी, लेकिन उसका दिल अभी भी उगते सूरज की उस ज़मीन से गहरे तक जुड़ा था। मैं ये देखकर बस मुस्कुराई और मुझे जापान की अपनी पहली यात्रा याद आ गई। जापान एक ऐसा देश है, जो उस समय मेरे लिए एक पहेली की तरह था। मैं इस अद्भुत देश को देखने के लिए बेहद जोश में थी, क्योंकि ये एक ऐसा देश है, जो टेक्नोलॉजी और रफ़्तार के मामले में तो दुनिया से आगे निकल ही रहा था, साथ ही यह एक गहन शांति के भाव की अनुभूति भी करवाता है और साथ ही आपकी आत्मा को शांति भी देता है। ऐसा लगता है, जैसे जापान के पास आज की तेज-तर्रार जिंदगी के लिए एक सही प्रिस्क्रिप्शन है। मुझे कुछ साल पहले जापान जाने का सौभाग्य मिला और उसके बाद से मेरे मन में वहाँ दोबारा, और बार-बार जाने की बेकरारी बनी रहती है। जो भी ट्रॅवलर जापान जाता है, उसके मन में यही भावना रहती है। जापान का जो आकर्षण है, वो केवल वहाँ की शानदार जगहों के लिए नहीं, बल्कि जीवन जीने की जापानी शैली के लिए भी होता है, क्योंकि ये शैली उन फिलोस़ॉफीज़ से भरपूर है, जिनसे हमारे आस-पास की दुनिया को देखने के हमारे अनुभव को आकार मिलता है।
मेरी सबसे प्यारी यादों में से एक है टोक्यो की मेरी एक बिज़नेस ट्रिप। दिन भर कॉन्फ्रंस में रहने के बाद जब मैं शहर को देखने के लिए निकली, तो जापानी भाषा का सीमित ज्ञान होने के कारण मेरे सामने रास्ता खोजने की दिक्कत आ रही थी, और ऐसे में मैंने रास्ता पूछने के लिए एक स्थानीय महिला से बात की। मुझे देखकर आश्चर्य हुआ कि वो मुझे केवल सही रास्ते की ओर इशारा करने के बजाय मेरे साथ बड़ी ही विनम्रता से चौराहे तक गई और मुझे तब तक देखती रही, जब तक उसे यकीन नहीं हो गया कि मुझे अपना रास्ता मिल गया है। यह शिष्टाचार जापानी आतिथ्य का एक हिस्सा है, जिसे `ओमोटेनाशी’ कहा जाता है। इस वाकये ने मुझ पर एक अमिट छाप छोड़ दी। ओमोटेनाशी निस्वार्थ आतिथ्य की एक ऐसी कला है, जिसमें मेजबान द्वारा अपने मेहमान की ज़रूरतों का अंदाज़ा लगाया जाता है और उनका ख्याल रखते हुए उन्हें पूरा किया जाता है, इसके बदले में कुछ भी पाने की उम्मीद किए बिना। अगर आपको जापान के इस सांस्कृतिक लोकाचार का सबसे अच्छा अनुभव लेना हो तो किसी रयोकान में रुकें। ये जगह जापान की एक पारंपरिक सराय होती है। इन जगहों पर सावधानीपूर्वक व्यवस्थित किए गए कमरे होते हैं, जिनमें ताटामी मॅट होती है और आपके रूम में ही आपको भोजन परोसा जाता है तथा साथ ही वहाँ मौजूद नॅचरल हॉट स्प्रिंग्स (ऑनसेन) आपके शरीर और मन, दोनों को ही आराम और सुकून पहुँचाते हैं। वहाँ हर छोटी से छोटी चीज़ आपको आराम और शांति देने के लिए तैयार की हुई होती है और इनसे आप ओमोटेनाशी की वास्तविक भावना के दर्शन कर सकते हैं। आप रेस्टोरेंट्स और टी हाउसेस में भी इस तरह ख्याल रखने के अनूठेपन को अनुभव कर सकते हैं, जहाँ सेवा स़िर्फ लेन-देन नहीं, उससे कहीं बढ़कर है और वास्तव में यह एक कला है। `चानोयू’ जापान की एक टी सेरेमनी है, जो एक ऩफासत भरी परिपाटी है, जिसमें सद्भाव, सम्मान और शांति पर जोर दिया जाता है। इसमें हर काम सोच-समझकर किया जाता है और बर्तनों को जमाने से लेकर चाय परोसने तक हर चीज़ में एक गहरी सजगता नज़र आती है, जिसके कारण इसमें शामिल होने वाले लोग पूरी तरह से वर्तमान क्षण में रह सकते हैं।
जापान के सबसे प्रेरक पहलुओं में से एक है `इकिगाई’, जो उसका एक गहरा सांस्कृतिक दर्शन है। यह किसी व्यक्ति के उद्देश्य का पता लगाने की एक अनोखी युक्ति है। चाहे वो हमारे दैनिक कामकाज हों या फिर हमारा आजीवन व्यवसाय, इकिगाई का अर्थ है आप जो कुछ भी करते हैं, उसमें आनंद और उसकी सार्थकता ढूंढना। हमारे कई पर्यटक अक्सर इस दर्शन को अपने जीवन में शामिल करते हैं और यात्रा करते समय इसका अनुभव करने का मौका ढूँढते हैं। वीणा वर्ल्ड में हमें जापान घूमते समय पर्यटकोफ्ल को उनकी इकिगाई खोजने में मदद करने का मज़ेदार अनुभव मिला है, जिसमें साकाई में चाकू बनाने की कार्यशालाओं से लेकर कोबे में वाग्यू बीफ फार्म का टूर तक शामिल है। इन पर्यटकोफ्ल ने यह अनुभव स्वयं को व्यवहारिक अनुभवों में खोकर प्राप्त किया, स्थानीय कारीगरों के काम को करीब से देखा और उस सटीकता और समर्पण को सीखा, जिससे जापानी शिल्प कौशल परिभाषित होता है। कई मायनों में यात्रा अपने आप में ही हमारी इकिगाई हो सकती है, जो हमें नई संस्कृतियों, विचारों और जीवन के तौर-तरीकों से जोड़ सकती है।
जापान का मशहूर `साकुरा’ (चेरी ब्लॉसम) सीज़न जापानी कॉन्सेप्ट `मोनो नो अवेयर’ का एक खूबसूरत मॅनिफेस्टेशन है, जो जीवन के क्षणभंगुर पलों की कड़वी एवं मीठी अनुभूतियों को संदर्भित करता है। चेरी के नाज़ुक फूलों को खिलते हुए और गिरते हुए देखने से हमें अपने आसपास सभी चीज़ों की नश्वरता का एहसास होता है। यह जापानियों के वर्तमान क्षण के प्रति गहरे सम्मान का प्रतिबिंब है, जो क्षणभंगुरता में सुंदरता को स्वीकार करना है। ट्रॅवलरों के लिए जापान ट्रिप की प्लॅनिंग करते समय यह आइडिया स्पष्ट हो जाता है। जापान एक ऐसा देश है, जहाँ आप चाहे कभी भी जाएँ, ये आपको अचंभित कर देता है। यह देश हर मौसम में हमें कुछ न कुछ नया देता है : वसंत में चेरी के फूलों का गुलाबी रंग, गर्मियों के जीवंत त्यौहार, शरद ऋतु में रंग-बिरंगे पत्ते और सर्दियों के शांत बर्फ से ढके मंदिर। मोनो नो अवेयर हमें बदलते मौसमों का आनंद लेना सिखाता है, क्योंकि ये हमें याद दिलाता है कि कोई भी चीज़ हमेशा नहीं रहती और इसीलिए हमारे जीवन का हर पल अनमोल है।
वर्ष का यह समय, जो कि शरद ऋतु है, जापान की यात्रा के लिए एक खास समय है। अक्टूबर के अंत से लेकर दिसंबर की शुरुआत होने तक यह देश रंगों के एक इंद्रधनुष में डूबा रहता है, क्योंकि मेपल के पेड़ या `मोमीजी‘ लाल, नारंगी और सुनहरे रंगों में बदल जाते हैं। क्योटो के अरशियामा और निको के मंदिर जैसी मशहूर जगहें हमारे सामने शरद ऋतु के मंत्रमुग्ध कर देने वाले नज़ारे पेश करती हैं। प्राचीन मंदिरों और शांत झीलों के आसपास मौजूद ज्वलंत पत्तियों का अनूठा नज़ारा एक जादुई विरोधाभास पैदा करता है, जो दुनिया के कुछ सबसे खूबसूरत नज़ारों में से एक है। हमारे पैरों के नीचे पत्तियों के चटकने की आवाज़ के साथ शांत जंगली रास्तों पर चलना हमें एक ऐसा अनुभव देता है,जो किसी पेंटिंग में कदम रखने जैसा लगता है।
अगर आप सर्दियों के मौसम का वाकई एक अनोखा अनुभव लेना चाहते हैं, तो आपके लिए तातेयामा कुरोबे अल्पाइन रूट एक मस्ट-विज़िट जगह है। यह शानदार रास्ता उत्तरी जापान ॲल्प्स से होकर गुज़रता है, जहाँ ट्रॅवलरों को जापान के बर्फ से ढके अद्भुत नज़ारों को देखने का मौका मिलता है। अल्पाइन रूट अपनी विशाल बर्फ की दीवारों के लिए मशहूर है, जो वसंत के महीनों में सड़क से ब़र्फ हटाने के बाद 20 मीटर (65 ़फीट) तक ऊँची हो सकती हैं। कल्पना कीजिए उस पल की, जब आप ऊंची-ऊंची स़फेद दीवारों के गलियारे से गुज़र रहे हैं और प्रकृति की विशालता और भव्यता के सामने खुद को बौना महसूस कर रहे हैं। ब़र्फ से ढके पहाड़ों और प्राचीन स़फेद घाटियों की खूबसूरती एक ऐसा शांत और सुकूनभरा अनुभव है, जो विश्रांति और कुदरती आश्चर्यों को देखने की चाहत रखने वालों के लिए बिलकुल पऱफेक्ट है।
वीणा वर्ल्ड में हम समझते हैं कि हर ट्रॅवलर की ज़रूरतें अलग-अलग होती हैं और इसीलिए हम साल भर सोच-समझकर बनाए गए और सावधानी से तैयार किए गए टूर उपलब्ध करवाते हैं। चाहे आपका सपना शरद ऋतु में पत्तों का बदलना देखना हो, चाहे आप सकुरा सीज़न को देखना चाहते हों, या फिर आप अल्पाइन रूट के साथ सर्दियों के रोमांच पर निकलना चाहते हों, हमने अपने टूर्स को इस तरह से बनाया है कि आप किसी भी समय जापान जाएँ, आपको वहाँ एक अनूठा और अद्भुत अनुभव मिलेगा। हमारे पास हर सीज़न के लिए डेडिकेटेड टूर हैं, इसलिए चाहे आप प्रकृति प्रेमी हों, संस्कृतियों में दिलचस्पी रखते हों या फिर ॲडवेंचर के दीवाने हों, हमारे साथ जापान घूमने के लिए आपका हमेशा एक पऱफेक्ट मौका होता है।
जापान का आकर्षण इसके हमेशा बदलते परिदृश्यों और परंपराओं में समाहित है। टोक्यो की चहल-पहल भरी सड़कों से लेकर क्योटो की ऐतिहासिक शांति तक, राजसी माउंट ़फूजी से लेकर ओसाका के लजीज़ व्यंजनों तक, जापान में आपको तरह-तरह के बेहतरीन अनुभव मिलते हैं। चाहे आप टीमलॅब प्लॅनेट जैसे टोक्यो के डिजिटल कला अनुभवों में विचरण कर रहे हों या क्योटो झेन गार्डन में ध्यानमग्न हों, यह देश आपको परंपराओं और नवीनताओं के सहज संयोजन में पुरातनता और अभिनवता, दोनों का अनुभव लेने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।
जापान की यात्रा करना स़िर्फ एक विज़िट ही नहीं, बल्कि उससे कहीं बढ़कर है; यह एक ऐसी संस्कृति में सराबोर हो जाना है, जिसमें सतर्कता, सम्मान और संतुलन को बराबर महत्व दिया जाता है। इकिगाई और किंत्सुगी के दर्शन से लेकर मोनो नो अवेयर और वाबी-साबी की सुकूनभरी खूबसूरती तक, जापान का हर पहलू हमें ज़्यादा समझदारी और विवेक से जीना और यात्राओं एवं उनकी खामियों, दोनों की सराहना करना और उन्हें स्वीकार करना सिखाता है।
जापान न केवल हमें भौतिक रोमांच प्रदान करता है, बल्कि यह हमें आध्यात्मिक एवं भावनात्मक रोमांच भी प्रदान करता है। जब मैं इस इनक्रेडिबल देश में बिताए अपने समय को याद करती हूँ, तो मुझे एहसास होता है कि जापान यहाँ से आपके विदा लेने के बाद भी लंबे समय तक आपके साथ बना रहता है।
सुनिला पाटील, वीणा पाटील और नील पाटील इनके हर हफ्ते प्रकाशित होनेवाले लेख वीणा वर्ल्ड की वेबसाईट www.veenaworld.com पर पढ़ने के लिए उपलब्ध हैं।
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